Sunday, 3 May 2020

*આ લોકડાઉન શું આવ્યું,*
            *જાણે દુશ્મનો ઓછા થઈ ગયા,*

*આમ તો ક્યારનાય દિલના ટુકડા થઈ ગયેલા,*
*જાણે એ પણ ભેગા થઈ ગયા...*

પૂજા ત્રિવેદી રાવલ
સ્મિત

©

અમદાવાદ, ગુજરાત

ये लोकडाउन क्या आ गया,
सारे दुश्मन कम हो गए।

दिल के टुकड़े पहले से बिखर चुके थे,
मानो फिर से एक हो गए।

पूजा त्रिवेदी रावल
स्मित

©

अहमदाबाद, गुजरात

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