किसका भला हुआ है अब तक धुम्रपान से,
तुम्हारा, तुम्हारे परिवार का.... नहीं तो फिर किसका...
तुम्हारे सपनों का या तुम्हारी इच्छाओं का....
नहीं तो फिर किसका...
तुम्हारे तन का या तुम्हारे मन का....
इनका भी नहीं तो फिर सोचो किसका....
पैसे इस पे लुटाते हो,
वक्त तुम गँवाते हो,
न जाने कितने झूठ तुम इसके लिए बोलते हो,
नहीं पता इसके लिए क्या क्या ठुकराते हो....
शरीर को खो देते हो....
अपनों से लड़ जाते हो....
क्या फायदा इस सबका....
कभी सोचा है....
कभी सोचके देखना...
धुम्रपान से हटकर देखना....
इसके बिना भी ज़िंदगी है,
खुशियाँ हैं,
परिवार है,
अपने है,
इसके बिना जीके तो देखो,
ये दुनिया बड़ी हंसीन है,
धुम्रपान छोड़ कर तो देखो,
ज़िंदगी के पल बड़े अनमोल हैं!!!
Himanshi Tanwar
@himanshitanwar99
26 April 2020
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